आंवला नवमी पर्व 2023 : आंवला नवमी कल 21 को महिलाओं की तैयारी शुरू ..!

आंवला नवमी पर्व 2023 :
आंवला नवमी पर्व 2023 : आंवले के पेड़ की विधि-विधान से पूजा करते हुए मौली पेड़ की 108 बार परिक्रमा करती है और धागा बांधकर मन्नत मांगती है।
आंवला नवमी पर्व 2023 : कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की नवमी पर कल 21 नवंबर को आंवला नवमी पर्व मनाया जाएगा। आंवला नवमी पर्व 2023 : इस हेतु आंवला पेड़ की पूजा वास्ते महिलाओं ने तैयारी शुरू कर दी है।
आंवला नवमी पर्व पर आमतौर पर महिलाएं सुबह से स्नान ध्यान बाद पूर्वान्ह दोपहर तक उपवास रखते हैं। पूर्वान्ह -अपरान्ह बाद आंवला वृक्ष की पूजा विधि- विधान से करते हुए 108 बार वृक्ष की परिक्रमा करते हुए मौली धागा बांध मनोकामना करती हैं। मान्यता है कि भगवान विष्णु आंवला पेड़ पर निवास करते हैं। इसलिए आंवला पेड़ की पूजा अर्चना कर खीर, पूरी, फल मेवा आदि का भोग वृक्ष को लगाते हैं। इससे लक्ष्मी माता प्रसन्न होती है। मान्यता है कि सच्चे मन से व्रत धारण करने वाली महिलाओं की मनोकामनाएं पूरी होती है। आमतौर पर इस मौके पर व्रती महिला संतान के स्वास्थ्य, दीर्घायु एवं घर परिवार की संपन्नता वास्ते कामना करती हैं।
पर्व विशेष पर आंवला पेड़ के नीचे बैठकर व्रती महिलाएं पंडितों से परंपरागत कथा पाठ सुनती है। फिर अपनी क्षमतानुसार दान, दक्षिणा, भेंट ब्राह्मण को देती है। महिला घरों से भोजन, पकवान, व्यंजन बनाकर उद्यान बाग- बगीचे पहुंचती है। जहां पेड़ के नीचे पूजा-अर्चना भोग लगाने के बाद व्रत खोलती है। कुछ तो वही भोजन बनाते हैं। इस दौरान बाग-बगीचे का परिदृश्य मेल नुमा हो जाता है। बच्चे खेलते-कूदते एवं महिलाएं कथा पाठ सुनकर, भोजन उपरांत परम्परिक खेल या अंतक्षरी आदि खेलती हैं। कथा, पाठ, श्रवण बाद पूजन उपरांत साथ-साथ भोजन छोटे-छोटे समूह में महिलाएं करती हैं।
(लेखक डा. विजय )