ICC ODI World Cup Tournament 2023 : एक समीक्षा -आईसीसी वनडे वर्ल्ड देख लगा, 5 टीमें किट बैग उठा चली आई …!

ICC ODI World Cup Tournament 2023 :
ICC ODI World Cup Tournament 2023 : 10 देशों में से 5 टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि 5 टीमों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
ICC ODI World Cup Tournament 2023 : आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में खेल रहे 10 देशों में से 5 ने अच्छा ICC ODI World Cup Tournament 2023 खेल प्रदर्शन किया। तो वहीं शेष 5 ने भारी निराशा पैदा की। जिसके चलते दर्जन भर मैच एक तरफा नजर आए। जिन टीमों ने दर्शकों को निराश किया उनका ओवर ऑल प्रदर्शन कहता हैं कि टीमों ने टूर्नामेंट वास्ते स्तरीय तैयारी नहीं की थी। या कि टीम का चयन गलत था। तीसरा टीम ठीक थी। परंतु उनमें जीत का जज्बा नहीं दिखा। सच कहें तो लगा जैसे कि 5 टीमें बस किट बैग उठा चली आई थी।
खेल सर्वे रिपोर्ट के अनुसार टूर्नामेंट में खेल रही सभी टीमों का खेल देखा। पिछली विजेता इंग्लैंड को लेकर कहा जा रहा था कि वह ख़िताब बचा ले जाएगी। सबसे ज्यादा मजबूत है। पूरी रणनीति के साथ आई है। परंतु उसका प्रदर्शन लगातार खराब होता चला गया। टीम 7 में से मात्र 01 मैच जीत पाई। सेमी फाइनल तो जाने दे वह आज की तिथि में अंक सूची तलिका में नीचे से पहले स्थान पर सुशोभित है। क्रिकेट का जनक कहलाने वाला देश पिछला विजेता इस तरह पतन की ओर चला जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा रहा होगा। उसके खिलाड़ी, बल्लेबाजी, गेंदबाजी, क्षेत्ररक्षण तीनों में कमजोर रहे। उसे कमतर टीमों ने मत दी। दर्शक इस टीम से उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद पाले थी। पर गहरी निराशा छोड़ गई।
दूसरी टीम श्रीलंका जो पहले एक बार वर्ल्ड कप जीत चुकी है। वह भी स्तरीय प्रदर्शन नहीं कर पाई। भारतीय महाद्धीप की एशियाई टीम में प्रत्याशा थी कि मेजबान भारत के मैदानों से चूंकि श्रीलंका बखूबी वाकिफ है। लिहाजा अच्छा प्रदर्शन करेगी। पर वह भी ढहती चली गई। 7 मैच खेल कर मात्र 2 में जीत पाई। भारत के विरुध्द तो चारों खाने चित्त – शर्मनाक था। उसने भी खुद से कई हद तक कमजोर नई नवेली टीम के आगे घुटने टेक दिए। घोर निराशा पैदा करने वाली इस टीम ने पिछले मैचों, पिछले टूर्नामेंटों के नतीजों से कुछ नहीं सीखा। इस टीम का चयन भी सवाल खड़े करता है। सेमीफाइनल के आसपास तक मंडराते नहीं दिखी। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने कैसी ट्रेनिंग दी थी जो कि – टीम में आत्म विश्वास की कमी नजर आई।
एशिया की एक और टीम जो पहले विश्व विजेता रह चुकी है- जिससे कि काफी उम्मीदी थी। जो जुट जाए तो किसी भी देश को हरा दे। जो भारत को हराने कटिबध्द रहता हैं। यानी पाकिस्तान।उसका प्रदर्शन निम्न स्तरीय। 8 में से 4 मैच गंवा बैठी है। यह उसी मुल्क की टीम है जिसके पूर्व खिलाड़ी एक समय हर पल, हर गेंद में भारतीय टीम को परेशान करते, खौफ भर देते थे। बेशक आज की तिथि में सेमीफाइनल की हल्की उम्मीद बची हुई है। पर टीम के खिलाड़ियों में जीत का मुद्दा नजर नहीं आया। बल्लेबाजी, गेंदबाजी साथी खराब क्षेत्ररक्षण टीम को पीछे ढकेलता गया। कहां गया जज्बा -जोश कुछ कर दिखाने की ललक। आखिर न्यूजीलैंड के साथ करो या मरो के मैच में कैसे अच्छा प्रदर्शन (बल्लेबाजी, बस) करते 201 पर एक बना मैच जीत।
बांग्लादेश- नीदरलैंड्स ने भी 7-7 मैच खेलकर क्रमशः 2व 4 अंक पाए। नीदरलैंड्स तो कल की टीम है। जिनका बावजूद एक बड़ा उलट फेर किया था। इस टीम से और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। रह गया बांग्लादेश। वह भी एशियाई टीम है। पाक- श्रीलंका अफगान की तरह वह भी भारत की पिचों से दशकों से परिचित है। आईसीसी वर्ल्ड कप बनगी पूर्व विजेता वेस्टइंडीज को टूर्नामेंट से बाहर रखने में बड़ी भूमिका थी। इसके बाद भी या टीम 7 में से महज दो मैच जीत पाई। अफगानिस्तान अभी बच्चा है। बावजूद भारत में रहकर ट्रेनिंग लेकर उसने आशा से कहीं अधिक अच्छा प्रदर्शन किया है। जिससे श्रीलंका, पाकिस्तान विश्व विजेता टीमों को पटकनी देकर एक तरह से आईना दिखा है। खैर ! टूर्नामेंट में लगा 5 टीमें ही वास्तव में कड़े अभ्यास वाह उतनी है तो वही शेष 5 टीम बगैर प्रैक्टिस के सीधे चली आई है।
( लेखक डॉ. विजय)