Raipur News : खमतराई स्थित गोंदवारा तालाब की ह्रदय विदारक घटना, तालाब में डूबने से छात्र कि मौत
Raipur News : माह भर में शहर में अलग-अलग स्थानों पर 5 छात्रों की आकस्मिक मौत
Raipur News : रायपुर खमतराई स्थित गोंदवारा तालाब में, स्कूल समयावधि के दौरान, Raipur News एक सरकारी स्कूल के छात्र की डूबने से मौत हो गई। वह अपने दो सहपाठियों के साथ भोजनावकाश में चुपचाप नहाने-तालाब पहुंच गया था। शहर में माह भर के अंदर यह पांचवीं मौत है। डबरा या तालाब में डूबने से हुई सभी विद्यार्थी बालक वर्ग के थे।
खमतराई पुलिस ने बताया कि 7 वर्षीय आरव महेशिया गोंदवारा निवासी है। छात्र सरकारी स्कूल में बुधवार को पढ़ने गया था। जहां दोपहर भोजनावकाश पर वह अपने दो साथियों के साथ गोंदवारा तालाब में नहाने गया। इस बात की जानकारी उसके शिक्षकों को नहीं थी। तालाब में गहरीकरण कार्य हुआ है। नहाने के दौरान आरव गहराई में चला गया। जिससे वह डूबने लगा। जब तालाब के पास पहुंची एक महिला ने यह देखा तो उसने अन्यों को इसकी जानकारी चिल्ला कर दी और खुद तालाब में डूबते बालक को बचाने कूद पड़ी। उसने यथासंभव तुरंत बच्चे को निकाला तब तक अन्य लोग पहुंच चुके थे। आरव को बाहर लाकर, तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्स्कों ने उसे मृत घोषित कर दिया। खमतराई पुलिस ने खबर मिलने पर तालाब, अस्पताल पहुंच मर्गकायम कर पूछताछ शुरू कर दी।
गौरतलब है कि माह भर के अंदर राजधानी में यह पांच वें स्कूली छात्र की मौत है जो डूबने से हुई है। गणेश विसर्जन के समय दो विद्यार्थी अलग-अलग तालाबों में गुढ़ियारी, खमतराई, भनपुरी इलाके में डूबे थे। उसके पूर्व यानी गणेश चतुर्थी के ठीक पहले अश्वनी नगर स्थित निर्माणाधीन काम्प्लेक्स के लिए खोदे गए नींव में बारिश के पानी से डबरा बना हुआ था। जहां दो छात्र नहाने गए थे तब डूब गए थे। आरव पांच वा छात्र है। जो डूबने से असमय मौत का शिकार बना।
न्यूज सर्वे रिपोर्ट ने घटना पर सर्वे रिपोर्ट पहले जारी करते हुए लिखा था कि तालाबों में बाकायदा दिन के समय एक गोताखोर या तैरना जानने वाले व्यक्ति की मानदेय पर नियुक्ति की जाए। जिसका खर्च तालाब का उपयोग करने वाले वाहन करें। यह व्यवस्था शहर समेत प्रदेश भर के तालाबों में की जानी चाहिए। संबंधित पंचायत, ग्राम पंचायत, पालिका, निगम भी कुछ रुपए मानदेय वाले कर्मी को दे सकता है। इस प्रकार की नियुक्ति से तालाब कार्यक्रमों एवं घटनाक्रमों पर कर्मी की नजर जिम्मेदारी रहेगा। ऐसी व्यवस्था से घटनाएं टाली जा सकेगी एवं मौके पर बच्चों, किशोर को तालाब में जाने से रोका जा सकता है। नहीं तो पांच मौत के बाद अन्य स्थानों से भी ऐसी हृदय विदारक खबरें आ सकती हैं।
(लेखक डॉ. विजय )