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Pitru Paksha 2023 : श्राद्ध कर्म कराने पंडित-पंडा सुबह से नदियों- तालाबों के तट पहुंच रहे

Pitru Paksha 2023 :

Pitru Paksha 2023 :

Pitru Paksha 2023 : यजमान देख शुल्क एवं दक्षिणा- गवाही

Pitru Paksha 2023 : रायपुर। राजधानी समेत प्रदेश भर में इन दिनों पंडितो- पंडों की निकल आई है। Pitru Paksha 2023 पितृपक्ष में यजमानों से वे अच्छी कमाई कर रहे हैं।

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राज्य के अंदर प्रसिद्ध नदियों-तालाबों में लोग पितृपक्ष पर पूर्वजों का श्राद्ध कर्म करने पहुंच रहें हैं। महानदी त्रिवेणी संगम राजिम, खारुन, पैरी, रायपुर अरपा बिलासपुर, इंद्रावती जगदलपुर, शिवनाथ दुर्ग आदि नदियों के तटों पर पंडित अलसुबह से स्नान-ध्यान एवं अपने मंदिरों में पूजा-पाठ कर पहुंच जा रहे हैं। वे वहां (तट) पितृपक्ष (पितर) पर श्राद्ध कर्म करने पहुंचने वालो को देखते ही उन्हें घेर लेते हैं। फिर शुरू होता है- श्राद्ध कर्म हेतु लेन-देन यजमान देख पंडित- पंडा शुल्क और दक्षिणा बताते हैं।

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आमतौर पर निम्न, मध्यम, उच्च वर्ग, को पहचान कर 501, 1001, 2001, 3001 आदि शुल्क। तो दक्षिणा 51, 101, 201, 501 आदि। इसी तरह गवाही( श्राद्ध कर्म कराते हुए देखने की गवाही) हेतु 21,31, 51,101 रुपए मांगते हैं। तमाम नदियों के तटों, तालाबों जलाशयों के मुहाने पर श्राद्ध सामग्री लेकर, स्टाल लगे हुए हैं। पंडित का नाम बताते ही श्राद्ध सामग्री स्टाल वाले निकाल देते हैं- जो बिल बनता है वह ग्राहक देकर, सामान लेकर पंडा -पंडित के बताए जगह-स्थान पर लेकर पहुंच जाता है। इसी तरह नाई समाज के बाल बनाने दाढ़ी बनाने तटों पर मौजूद हैं। जो यजमान देख 51, 101,151, 201, 501 रुपए ले रहे हैं। ब्राह्मण को श्राद्ध कर्म उपरांत दक्षिणा के साथ भोजन कराना पड़ता है या फिर भोजन हेतु राशि देनी होती है।

(लेखक डॉ. विजय )

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