Asian Games 2023 : एशियाड ; टीम के लौटने पर भारत भ्रमण कराया जाए, भारत ने अब तक 53 पदक बटोरे खिलाड़ियों का बेहतरीन प्रदर्शन

Asian Games 2023 :
Asian Games 2023 : एशियाड -19 हांगझाऊ (चीन) में खेले जा रहें 19 वें एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों द्वारा सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है
Asian Games 19-2023 : रायपुर। हांगझाऊ (चीन) में खेले जा रहें 19 वें एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों Asian Games19- 2023 द्वारा सराहनीय प्रदर्शन किया जा रहा है। इस दौरान अब तक 53 पदक भारतीय टीम बटोर चुकी है।
अब तक भारतीय टीम टीम 53 पदक बटोर चुकी है
एथलेटिक्स की विभिन्न स्पर्धाओं में भारत ने खेल महोत्सव के 8 वें दिन 9 पदक जीते। जिसमें 2 स्वर्ण, 4 रजत एवं 3 कांस्य हैं। अब तक टीम 53 पदक बटोर चुकी है जिसमें 13 स्वर्ण, 21 रजत एवं 19 कांस्य हैं। 8 वें दिन अविनाश माबले ने 3000 मीटर स्टीपल चेज में स्वर्ण पदक जीता। वे यह स्पर्धा जीतने वाले पहले भारतीय हैं। विजेंदर पाल ने लगातार दूसरी बार शॉटपुट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। इस बीच हरमिलन बैस, ज्योति याराजी, अजय कुमार व मुरली श्रीशंकर ने रजत पदक जीता। उधर जिन्सन जानसन से 1500 मीटर दौड़ में कांस्य जबकि अजय कुमार ने रजत जीता। सीमा पूनिया ने डिस्कस थ्रो में तो वही अगसारा नंदिनी ने हे-राथलॉन में कांस्य पदक जीता।
यहां यह बता देना लाजिमी हो होगा कि 1500 मीटर दौड़ में रजत जीतने वाली हरमिलन की माताजी माधुरी ने सन 2002 में एशियाई खेल में तब रजत पदक जीता था। जब वे गर्भावस्था में थी। जिसके 6 माह बाद माधुरी ने हरमिलन को जन्म दिया था।
बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रशंसकों-समर्थकों का दिल जीत लिया भारतीय एथलीटों ने
बहरहाल भारतीय एथलीटों ने अपनी ओर से अब तक बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रशंसकों-समर्थकों का दिल जीत लिया है। जिन्हें प्रधानमंत्री समेत विपक्ष के नेताओं ने बधाई प्रेषित की है।
भारतीय खिलाड़ियों के प्रति नजरिया एक सा होना चाहिए
देश में क्रिकेट टीम के एक मैच जीतने पर चौक-चौराहो, गलियों में प्रदर्शन करने, खुशी जाहिर करते हुए आतिशबाजी करने वाले कहां है। ठीक है उन्हें क्रिकेट पसंद है। पर खेल तो खेल है। सभी खेलों को, उसे खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों के प्रति नजरिया एक सा होना चाहिए। चाहे सभी धर्म का आदर-सम्मान करना चाहिए वैसे ही। इससे खिलाड़ियों को पदक जीतने से अधिक प्रोत्साहन, बढ़ावा मिलता है। केंद्र- राज्य सरकारों को मिलकर भारतीय एशियाई टीम (एथलीट) को भारत भ्रमण खुले तौर पर जुलूस-रैली करके करना चाहिए। इससे टीम का मनोबल तो बढ़ेगा नए-भावी खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। फिर जनता अपने पदक वीर बेटे-बेटियों को इस मौके पर निहारना -सराहना चाहती है।
(लेखक डॉ. विजय )