धूमाल-डीजे वालों की एडवांस बुकिंग शुरू

गणेशोत्स्व पर प्रस्तुति देने समयाभाव फीस बढ़ी
रायपुर। गणेशोत्स्व 19 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। गणेश बिठाने वाली समितियाें ने धूमधाम से प्रतिमा पंडाल तक लाने बाकायदा धूमाल एवं डीजे वालों की एडवांस बुकिंग ले रखी है।
जिस तरह मूर्तिकरों को एडवांस देकर समितियाें ने प्रतिमाए बनवाई ठीक उसी तर्ज पर धूमाल एवं डीजे वाले समितियाें से पहले बुकिंग करा लेने का आग्रह कर रहे हैं। दरअसल शहर में धूमाल- डीजे वाले सीमित संख्या में है जबकि गणेशोत्स्व समितियां सैकड़ो में है। भगवान गणेश निर्धारित तिथि को मुहूर्त (हालांकि गणेश जी के लिए नहीं लगता) समय पर विराजेगे लिहाजा धूमाल- बैण्ड बाजा, डीजे वालों को अपने हिसाब से समितियां बुक कर रही है। समयाभाव के चलते धूमाल- बैण्ड बाजा, डीजे वाले हर जगह जा नहीं सकते। ऐसे में स्वाभाविक है कि उनकी पूछ-परख बढ़ गई है। यही वजह है कि वे एक बार सेवा वास्ते समितियों से 25 से 30-35 हजार तक मांग रहे हैं। वह भी तय समय का पूर्व में यह शुल्क 15-18हजार रुपए तक था।
बप्पा को समितियां धूमधाम से लाना विराजना चाहती हैं। वे इसे समिति के क्रेज (शान) से जोड़ती हैं। लाते वक्त थिरकना, पटाखे, गाना-बजाना करना, नाचना-कूदना आदि आम बात हैं यही वजह है कि समितियां धूमाल-डीजे वालों को करीब-करीब मुंह मांगी फीस (शुल्क) देते हैं।
आमतौर पर एक धूमाल-डीजे समिति में 12 से 18 वादक, कलाकार रहते हैं। जूनियर-सीनियर के हिसाब से वे फीस आपस में बांटते है। इसके अलावा समितियाें से नाश्ता-पानी, चाय आदि का खर्च लेते हैं या समितियां स्वयं उपलब्ध कराती है। छोटी-मंझोली समितियां उनका शुल्क देने में सक्षम नहीं होती। वे
महज बैण्ड बाजा वालो को तय करती है। जिसमें भी कम से कम 4 से 6 सदस्य टीम में होते हैं। जो सीधे 3 से 5 हजार तक मांगते हैं। पहले डेढ़-दो हजार में मान जाते थे। नाश्ता, चाय-पानी अलग।
(लेखक डॉ. विजय)