रेलवे का दावा-लखनऊ के आगे अवैध सिलेंडर ट्रेन में रखा गया, कोच में कोयला-लकड़ी मिली

तमिलनाडु के मदुरै जंक्शन के पास शनिवार को ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई थी। इस मामले में जीआरपी ने यूपी के सीतापुर स्थित भसिन ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया। ट्रैवल एजेंसी संचालक ने IRCTC के जरिए कोच बुक किया था। इस कोच में UP के 63 लोग सफर कर रहे थे, जो दक्षिणी राज्यों की यात्रा पर निकले थे। 26 अगस्त की तड़के हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक झुलस गए। घायलों में 8 लोग गंभीर रुप से घायल हैं।
हादसे के बाद दक्षिण रेलवे ने इसकी जांच शुरु कर दी है। जांच में पाया गया कि आग ट्रेन में रखे घरेलू गैस सिलेंडर की वजह से लगी थी। जिसे अवैध तरीके से ट्रेन में रखा गया था। कोच में लकड़ी और कोयला भी मिला है।
ट्रेन रुकने पर यात्रियों के लिए लकड़ी और कोयले पर खाना बनता था
हादसे में जिंदा बचे अशोक कुमार प्रजापति ने बताया कि ट्रैवल एजेंसी के अटेंडेंट्स कोच में टॉयलेट एरिया की तरफ खाना बनाते थे। ट्रेन रुकने पर लकड़ी और कोयले का इस्तेमाल होता था। सफर के दौरान गैस चूल्हे पर खाना बनता था।
ये प्राइवेट कोच 25 अगस्त को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) से जुड़ा था। 26 अगस्त को ट्रेन तड़के 3 बजकर 47 मिनट पर मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया। मदुरै में कोल्लम-चेन्नई एग्मोर अनंतपुरी एक्सप्रेस से जुड़कर कोच को चेन्नई जाना था। वहां से तीर्थ यात्री रविवार को लखनऊ लौटने वाले थे।
आग लगने के बाद ट्रैवल एजेंसी के अटेंडेंट्स भागे
कोच में सवार यात्रियों के अनुसार, सुबह करीब 5:15 बजे कोच में अटेंडेंट चाय बना रहा था। इसी दौरान आग लग गई। अधिकतर यात्री सो रहे थे, जिसके कारण उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला। आग लगते ही ट्रैवल एजेंसी के अटेंडेंट्स भाग निकले।