डमरू बजाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांवड़ यात्रा की शुरुआत, की दो बड़ी घोषणाएँ

छत्तीसगढ़। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टियों में कवायद जोरों पर है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अपनी जीत के लिए पूरी ताकत लगा रही है।
इसी के बीच 7वें सावन सोमवार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डमरू बजाकर और कांवड़ यात्रा की शुरुआत की और बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरुआत करने की घोषणा की। दरअसल, सोमवार को राजधानी रायपुर पश्चिम में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और विधायक विकास उपाध्याय ने एक बड़ी कांवड़ यात्रा निकाली इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हुए डमरू बजाया है और कांवड़ लेकर भोले के भक्तों के साथ चलने लगे।
अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा
इसके बाद इस यात्रा को हजारों श्रद्धालुओं के साथ विधायक विकास उपाध्याय ने हटकेश्वर महादेव मंदिर तक जाकर पूरा किया। इस दौरान विकास रायपुर शहर में 12 किलोमीटर से अधिक दूरी तक भारी भीड़ में पैदल चलते रहे। इसके अलावा सोमवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाग पंचमी के मौके पर रायपुर में हुए कुस्ती के आयोजन में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने राज्य में अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पहलवानों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का भी उन्होंने ऐलान किया है।
सीएम भूपेश बघेल की घोषणा
इसके अलावा सोमवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाग पंचमी के मौके पर रायपुर में हुए कुस्ती के आयोजन में एक बड़ी घोषणा की है। उन्होंने राज्य में अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पहलवानों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का भी उन्होंने ऐलान किया है. इस घोषणा को लेकर उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों का सुंदर वातावरण पुनः तैयार करना है. साथ ही हमारे प्रदेश की कुश्ती की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है।
गौरतलब है कि जिस तरह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली इसको कांग्रेस ने बजरंग बली का आशीर्वाद बताया। इसके बाद से अब आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बजरंग बली को अपने साथ लेकर चलने की कोशिश कर रही है। इसी साल रायगढ़ में हुए राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में बजरंग बली के रूप में एक कलाकार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ खड़े रहते हुए दिखाया गया था। रोजाना प्रतियोगिता की शुरुआत के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता था। इसके बाद से लगातार कांग्रेस दावा कर रही है की बजरंग बली उनके साथ हैं।