Tue. Jul 1st, 2025

9 दिन, 84 फ्लाइट रद्द और यात्री हैरान-परेशान… आखिर क्यों नहीं उड़ रहे एअर इंडिया के विमान?

flightt

एअर इंडिया की उड़ानें लगातार रद्द होने से यात्रियों में चिंता है. अहमदाबाद हादसे के बाद 9 दिनों में 84 उड़ानें रद्द हुई हैं. एअर इंडिया की ओर से रखरखाव व अन्य कारण बताए जा रहे हैं. मगर, सवाल उठ रहे हैं कि क्या इससे कुछ छिपाया जा रहा है? क्या ये अतिरिक्त सुरक्षा के उपाय हैं या कोई और वजह?

एअर इंडिया की फ्लाइट्स को लेकर देश के करोड़ों लोगों के मन में कई सवाल हैं. सवाल है- आखिर एअर इंडिया के विमानों के साथ ये क्या हो रहा है? अहमदाबाद विमान हादसे के बाद कई फ्लाइट कैंसिल हो चुकी हैं. शुक्रवार को भी एअर इंडिया की 9 फ्लाइट्स को रद्द किया गया है. अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद सिर्फ 9 दिनों के अंदर एअर इंडिया की 84 फ्लाइट्स रद्द की जा चुकी हैं. विमानों को कैंसिल किए जाने के पीछे एअर इंडिया की ओर से मेंटनेंस और ऑपरेशनल रीजन की दलीलें दी जी रही हैं. मगर, लोगों के मन में डर है- क्या इन टेक्निकल शब्दों के ज़रिए गोल गोल घुमाने की कोशिश की जा रही है. या असल में वजह कुछ और है?

वैसे एअर इंडिया की ओर से पिछले दो दिनों में दो बयान आए हैं. पहले बयान में ये कहा गया था कि एअर इंडिया की उड़ानों में 15% तक की कटौती की जाएगी. इसके बाद कल कहा गया कि ये कटौती 21 जून से शुरू होकर कम से कम 15 जुलाई तक जारी रहेगी. आज ये खबर आई है कि अलग-अलग रूट्स पर एअर इंडिया की 9 फ्लाइट को कैंसिल किया गया है.

आज कौन-कौन सी उड़ाने रद्द की गईं

जो उड़ानें आज रद्द की गई हैं, उनमें 4 इंटरनेशनल और 4 डोमेस्टिक हैं. घरेलू उड़ानों में पुणे से दिल्ली, अहमदाबाद से दिल्ली, हैदराबाद से मुंबई और चेन्नई से मुंबई जाने वाली फ्लाइट को कैंसिल किया गया है. इसके अलावा इंटरनेशनल में दुबई से चेन्नई, दिल्ली से मेलबर्न, मेलबर्न से दिल्ली और दुबई से हैदराबाद की फ्लाइट पर ब्रेक लगा दिया गया. जबकि दिल्ली से पुणे जा रही एक फ्लाइट से पक्षी टकराया गया था, जिसके चलते विमान की रिटर्न जर्नी कैंसिल करनी पड़ी.

एअर इंडिया ने गुरुवार को बताया कि विमानन कंपनी 21 जून से 15 जुलाई के बीच हर सप्ताह 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की कटौती करेगी और तीन विदेशी मार्गों पर सेवाएं निलंबित रहेंगी. अहमदाबाद में 12 जून को हुए घातक विमान हादसे के बाद व्यवधानों से जूझ रही टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी ने कहा कि 18 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों में कटौती करने का उद्देश्य शेड्यूल स्थिरता को बहाल करना और यात्रियों को अंतिम समय में होने वाली असुविधा को कम करना है.

एअर इंडिया का बयान

विमानन कंपनी ने एक दिन पहले कहा था कि वह बड़े यात्री विमानों से संचालित उड़ानों में 15 प्रतिशत की अस्थायी कमी करेगी, जिसके बाद यह विस्तृत घोषणा की गई. एअर इंडिया ने एक बयान में कहा, यह कटौती 21 जून, 2025 से प्रभावी होगी और कम से कम 15 जुलाई 2025 तक चलेगी. दिल्ली-नैरोबी, अमृतसर-लंदन (गैटविक) और गोवा (मोपा)-लंदन (गैटविक) पर 15 जुलाई तक सेवाएं निलंबित रहेंगी.

विमानन कंपनी के अनुसार, दिल्ली-नैरोबी मार्ग पर प्रति सप्ताह चार उड़ानें हैं, जबकि अमृतसर-लंदन (गैटविक) और गोवा (मोपा)-लंदन (गैटविक) मार्गों पर प्रति सप्ताह तीन उड़ानें हैं. इसके अलावा उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व के शहरों को जोड़ने वाले 18 अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर उड़ानों की संख्या कम की जाएगी.

एअर इंडिया को लेकर लोगों के मन में सवाल

उत्तरी अमेरिका के जिन मार्गों पर उड़ानों की संख्या कम होगी, उनमें दिल्ली-टोरंटो, दिल्ली-वैंकूवर, दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को, दिल्ली-शिकागो और दिल्ली-वाशिंगटन शामिल हैं. बयान के मुताबिक, यह कटौती स्वैच्छिक रूप से उड़ान-पूर्व सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्णय के साथ-साथ पश्चिमी एशिया में हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण अतिरिक्त उड़ान अवधि को समायोजित करने के कारण हुई है.

अब एअर इंडिया की फ्लाइट्स भले ही उड़ान ना भर पा रही हों लेकिन इस वक्त लोगों के मन में एअर इंडिया को लेकर बहुत सारे सवाल उड़ान भर रहे हैं और उनके बारे में आपको जानना चाहिए.

  • अचानक से एअर इंडिया की इतनी फ्लाइट्स रद्द किए जाने की असली वजह क्या है?
  • क्या मेंटेनेंस और ऑपरेशनल रीजन के नाम पर यात्रियों से कुछ छिपाया जा रहा है?
  • आखिर एअर इंडिया के विमानों में अचानक से इतने बड़े स्तर पर मेंटनेंस का काम कैसे कैसे हो रहा?
  • लोग पूछ रहे हैं- अगर ऐसा है भी तो क्या अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद याद आई कि प्लेन में मेंटेनेंस भी कुछ होता है?
  • या फिर हादसे के बाद एअर इंडिया विमान की उड़ानों को लेकर अतिरिक्त सतर्क हो गया है?

About The Author