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लोन ऐप, ट्रेडिंग ऐप और गेमिंग ऐप के माध्यम से लोगों से ठगे 750 करोड़, अब तक 22 लोग गिरफ्तार

नोएडा। देशभर में लोन ऐप, ट्रेडिंग ऐप और गेमिंग ऐप के माध्यम से लोगों से ठगी करने वाले गिरोह में शामिल साजिशकर्ता निखिल को हरियाणा के नारनौल से गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने 750 करोड़ रुपये चीन भेजने वाले को  गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है । ये रकम ऐप के जरिए लोगों से ऐंठी गई थी। आरोपी ने दो कंपनियों के जरिए रकम चीन भेजा था ।

पिछले 10 महीने से आरोपी निखिल की तलाश जारी थी, इस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। नोएडा एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार आरोपी ठग गिरोह के सरगना में से एक है. ठगी से जुड़ी 22 कंपनियों का वह निदेशक है. इनमें से कुछ कंपनियों की जांच भोपाल, तेलंगाना और अन्य राज्यों में चल रही है. इन कंपनियों के माध्यम से देशभर में लोन ऐप, ट्रेडिंग ऐप और गेमिंग ऐप के माध्यम से लोगों से ठगी की गई।

उसकी दो कंपनियों फ्लैश कैश और ट्रैक फाइंड की जांच नोएडा एसटीएफ कर रही थी. इनमें फ्लैश कैश से 350 करोड़ और ट्रैक फाइंड के माध्यम से 400 करोड़ रुपये चीन भेजे गए. एसटीएफ ने गिरोह की अहम कड़ी रहे चीन के तीन नागरिकों ली योंग, हेलई और हूहुईंग के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।

जसप्रीत ने धर्म परिवर्तन कर रूहान नाम रखा

एसटीएफ के अनुसार दिल्ली निवासी जसप्रीत चादनीज भाषा जानता है। वह पिछले कुछ समय से चीन के ठगों के संपर्क में था। करीब तीन साल पहले उसने धर्म परिवर्तन कर अपना नाम रूहान रख लिया था। उसकी रवि उर्फ नटवरलाल और निखिल को चीन के ठगों से मिलवाकर सिंडिकेट बनाने में अहम भूमिका रही। एसटीएफ की टीम जसप्रीत को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और वह लुक्सर जेल में बंद है।

 

इस मामले में 22 लोग गिरफ्तार हो चुके

एसटीएफ ने इस प्रकरण में अब तक चीन के 11 नागरिकों समेत 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में 5400 पेज की चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। वर्तमान में यह मामला न्यायालय में ट्रायल पर है। एसटीएफ ने अभी तक 80 से अधिक बैंक खातों का पता लगाकर उनमें 25 करोड़ रुपये भी फ्रीज कराए हैं। वहीं, नोएडा एसटीएफ की रिपोर्ट के बाद ही ईडी, इनकम टेक्स और डीआरडीओ भी इस मामले की जांच कर रहे हैं।

इस तरह गिरोह का राज खुला

बिना पासपोर्ट-वीजा भारत आए चीन के दो नागरिकों को 11 जून 2022 को बिहार के सीतामढ़ी स्थित नेपाल बॉर्डर पर पकड़ा गया था। दोनों से पूछताछ में सामने आया कि वे 24 मई को भारत की सीमा में दाखिल हुए और टैक्सी से नोएडा पहुंचे। उनसे मिले इनपुट के आधार पर ग्रेटर नोएडा पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम से सुफाइ और उसकी नागालैंड की प्रेमिका पेटेख रेनुओ को गिरफ्तार किया। इसके बाद इस मामले में चीन 11 नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग यहां पर गेमिंग, ट्रेडिंग और लोन ऐप के माध्यम से लोगों को ठगते थे। इसी मामले की जांच में और राज खुल रहे हैं।

चीन के तीन नागरिकों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार उनके द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट के बाद चीन के नागरिक ली योंग, हेलई और हूहुईंग के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। तीनों ने देश में 100 से अधिक फर्जी कंपनियां खोलीं और ठगी की रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीन भेजा था। तीन मुख्य साजिशकर्ता जिंडी के भी संपर्क में थे।

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