निर्भयाकांड की तरह शिकार होने से बची 6 स्कूली छात्राएं, चलती पिकअप से कूदकर बचाई आबरू
गुजरात के छोटा उदयपुर इलाके में दिल्ली का निर्भया कांड होते-होते बचा। जब आधा दर्जन किशोरियों ने चलती पिकअप से कूदकर खुद को अनाचार एवं शायद मारे जाने से बचा लिया।
रायपुर न्यूज : गुजरात के छोटा उदयपुर इलाके में दिल्ली का निर्भया कांड होते-होते बचा। जब आधा दर्जन किशोरियों ने चलती पिकअप से कूदकर खुद को अनाचार एवं शायद मारे जाने से बचा लिया।
दुष्कर्मी व्यक्तित्व के आदमियों को शायद कोई कानून का डर नही। हैवानियत की हद पार करने वालों की सोच इसी से प्रतिलंबित होती है। ऐसे लोग को सिर्फ और सिर्फ मौत की सजा देनी चाहिए। अपनी पुत्री, भतीजी, भांजी की उम्र की 6 स्कूली छात्राओं के प्रति जो नियत पिकअप मालिक, ड्राइवर एवं साथियों ने दिखाई वह, किशोरियों की समझबूझ परवरिश का नतीजा था कि एक अप्रिय घटना (निर्भया कांड) नही घट पाई। अन्यथा हैवानियत की सोच लिए आधा दर्जन बदमाश लोगों ने घृणित मंसूबे दिखा दिए थे।
गुजरात के छोटा उदयपुर इलाके में सांखेड़ा तालुका की 6 छात्राओं जो 15 से 17 बरस की हैं, पिकअप वाहन में स्कूल से शाम घर लौट रही थी। बताया गया है कि रास्ते में पिकअप मलिक अश्विनी भील, सुरेश, अर्जुन भील, परेश भील, सुनील भील और शैलेश भील की नियत बालिकाओं को देख खराब हो गई वे उनसे छेड़छाड़ करने लगे। माजरे को समझ आधा दर्जन किशोरियों ने त्वरित निर्णय लिया और वे चलती पिकअप से नीचे कूदने लगी। इस पर चालक सुरेश भील पिकअप से नियंत्रण खो बैठा और पिकअप सड़क से नीचे उतर पलट गई। जिससे पिकअप मलिक अश्विनी भील घायल हो गया। कूदते ही बालिकाएं अपनी अस्मिता बचाने भाग खड़ी हुई। और लोगों को जानकारी दी तो वहीं चालक सुरेश भील समेत शेष अर्जुन भील, परेश भील, सुनील भील, शैलेश भील मौका पाकर भाग गए। छेड़खानी के दौरान बदमाशों ने छात्राओं से नगदी अन्य सामान छीन लिया था।
सूचना पाकर संबंधित थाना क्षेत्र प्रभारी दलबल के साथ पहुंचे एवं पिकअप मलिक अश्विनी भील को मौके पर गिरफ्तार कर लिया। सभी के खिलाफ पाक्सो एक्ट, डकैती, छेड़छाड़ की धाराएं लगाई गई है। अन्य 5 आरोपियों की तलाश जोरो में जारी है। मामूली तौर पर घायल हुई छात्राओं को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां महिला एवं पुरुष पुलिस बल लगाया गया है।