महंगाई, थाली नहीं भर पाई….!

समूचे प्रदेश में 20 से 30 फीसदी बढ़ोत्तरी
रायपुर। साग-भाजी, टमाटर, आटा, तेल, मसाला के दामों में महीनों से लगी आग आखिर थाली पर दिखाई देने लगी है। इसके चलते राजधानी समेत समूचे प्रदेश के शहरों के होटलों, रेस्तरांओं में प्रति थाली 20 से 30 फीसदी दर बढ़ गई हैं।
मौसम की मार के चलते साग-भाजी, टमाटर, धनिया मिर्च के भाव कई-कई गुना बढ़ गए हैं। टमाटर के तो 10-15 गुना। तेल का भाव 120-150 प्रति लीटर, साग-भाजी 40-50 रुपए किलो से 120-150 रुपए किलो तक, आटा दर में 15-30% वृद्धि, दाल 120 से 180 रुपए प्रति किलो (अरहर, चनादाल, उड़द, राजमा सोयाबीन) मसाला पर 20 फीसदी वृद्धि।
उपरोक्त वृद्धि दर दो-तीन माह से लगातार जारी है। ऐसे में होटल, रेस्त्ररां संचालकों ने आखिरकार थाली का दर बढ़ा दिया। थाली में हाफ चावल, हाफ दाल 4 रोटी, 1 हाफ सब्जी, अचार 70 रुपए थाली। 2 सब्जी, पापड़ अतिरिक्त होने पर100रुपए, फ्राइड चांवल अतिरिक्त फ्राई दाल पर थाली चार्ज 140-160 रुपए वसूला जा रहा है। तो वहीं अनलिमिटेड (असीमित) 180 से 225, 250 रुपए थाली हैं।
संचालकों का कहना है कि आमतौर पर 20 से 30 फीसदी वृद्धि की गई है। मजबूरी है आटे-तेल, मसाले का दाम भी बढ़ गया है। ज्यादा दिन तक घाटे में थाली नहीं परोस सकते। थाली में मात्रा सीमित है। उनका कहना है ग्राहकी प्रभावित हुई है। 15 से 25% ग्राहकी टूटी (कम हो गई) हैं। गरीब, निम्न, मध्यमवर्गीय खासकर निजी सेंटर का वर्कर उपरोक्त दर पर थाली नहीं ले सकता। उनका पेमेंट पूर्ववत कम है। उन्हें महंगाई भत्ता नहीं मिलता सरकारी नौकरी में मिलता है। उन्हें तीन चार गुना वेतन मिलता है। पर वे (सरकारी वर्कर) घर से टिफिन लेकर चलते हैं।