केरल में निपाह वायरस से 18 साल की लड़की की मौत, निगरानी में आए 383 लोग

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने बताया कि निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में 383 लोग आए हैं. जिनमें से कुछ लोगों का आईसीयू और कुछ लोगों का आइसोलेशन में उपचार चल रहा है. 18 साल की लड़की की इस वायरस के कारण मौत हो गई. जिला प्रशासन का कहना कि उचित सावधानियां बरतना आवश्यक है.
कोरोना के बाद केरल में अब एक और नए वायरस ने दस्तक दे दी है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने बताया कि राज्य में दो व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि इस दो व्यक्तियों के संपर्क में 383 लोग आए हैं, जिनकी जांच कर उपचार के लिए भेजा जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि वायरस संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए 12 लोगों का मलप्पुरम जिले में उपचार चल रहा है, जिसमें से पांच आईसीयू में हैं. वहीं पलक्कड़ जिले में चार लोगों का आइसोलेशन में उपचार चल रहा है.
18 साल की लड़की की हुई मौत
मंत्री ने बताया की मलप्पुरम जिले में हाल ही में एक 18 साल की लड़की की निपाह वायरस से मौत हो गई. उन्होंने बताया कि पलक्कड़ जिले के थचनट्टुकारा की 38 वर्षीय महिला में भी इस वायरस की पुष्टि हुई.
प्रशासन हुआ सतर्क
स्वास्थ्य मंत्री ने अपने एक बयान में कहा कि वर्तमान की स्थिति देखते हुए समय के साथ निपाह वायरस के मामले बढ़ने की आशंका है. उन्होंने लोगों के उपचार को मद्देनजर रखते हुए दोनों जिलों में आईसीयू और आइसोलेशन सुविधाओं को बढा दिया गया है. मंत्री ने कहा कि साथ में हमारी एक टीम घर घर जाकर बुखार या अन्य किसी बीमारी से ग्रसित लोगों की निगरानी कर रही है. जिला प्रशासन ने बताया कि पलक्कड़ में स्वास्थ्य कर्मियों ने जानकारी जुटाने के लिए दो हजार से अधिक घरों का दौरा किया.
रखें ये सावधानियां
जिला प्रशासन ने निपाह वायरस के मामले न बड़े इसको ध्यान में रखते हुए लोगों को कुछ सुझाव दिए हैं. उन्होंने कहा कि कि जिले में निपाह वायरस की पुष्टि के बाद लोगों को सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग कंटेनमेंट जोन में रहते हैं उन्हें बिना किसी वजह के अनावश्यक रूप से समूहों में इकट्ठा नहीं होना चाहिए. लोगों को एन95 मास्क पहनना चाहिए और ऐसे क्षेत्रों में जाने से बचे जो प्रतिबंधित हो, जहां एक भी निपाह वायरस से संक्रमित मामलों की पुष्टि हो चुकी हो. उन्होंने कहा कि इसके अलावा आप कुछ और सावधानियां अपना सकते हैं, जैसे क्वारंटाइन मानकों का सख्ती से पालन करना, हाथों को बार-बार धोना आदि. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर आपको बुखार, खांसी, सिरदर्द या सांस लेने में तकलीफ जैसे बीमारी के लक्षण दिखते है तो आप स्वास्थ्य कर्मियों को जरूर सूचित करें. इससे आप भी सुरक्षित रहेंगे और आपके आस-पास के लोग भी में भी संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा.