HMPV वायरस के देश में 12 मामले, यूपी और गुजरात में नए मामलों की पुष्टि
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HMPV virus in India: देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब तक 6 राज्यों में कुल 12 मामले सामने आ चुके हैं। गुरुवार(10 जनवरी) को को 3 नए मामलों की पुष्टि हुई। जानें देश के किस राज्य में अब तक कितने मामले सामने आए हैं।
HMPV virus in India: देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब तक 6 राज्यों में कुल 12 मामले सामने आ चुके हैं। गुरुवार(10 जनवरी) को को 3 नए मामलों की पुष्टि हुई। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 60 साल की महिला पॉजिटिव मिली है। गुजरात के अहमदाबाद में 80 साल के बुजुर्ग और हिम्मतनगर में 7 साल का एक बच्चा HMPV संक्रमित मिले हैं। महाराष्ट्र और गुजरात में अब तक 3-3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और यूपी में 1-1 मामले सामने आए हैं। HMPV के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों में सतर्कता बढ़ाई गई है। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं।
देश के किस राज्य में HMPV के कितने मामले
राज्य | संख्या |
महाराष्ट्र | 3 |
गुजरात | 3 |
कर्नाटक | 2 |
तमिलनाडु | 2 |
पश्चिम बंगाल | 1 |
उत्तर प्रदेश | 1 |
HMPV क्या है और कैसे फैलता है?
HMPV एक RNA वायरस है। यह वायरस इंसानों के श्वसन तंत्र पर अटैक करता है। HMPV संक्रमितों में बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। यह खांसी-छींक या दूषित सतह के संपर्क के आने से फैलता है। HMPV से सबसे अधिक खतरा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को होता है। WHO के मुताबिक, यह वायरस 2001 में पहली बार पाया गया था। यह कोरोना की तरह तेजी से नहीं फैलता। हालांकि, ठंड के मौसम में इसका असर ज्यादा देखने को मिलता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
AIIMS के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि यह वायरस नया नहीं है। इसका इलाज एंटीबायोटिक्स से नहीं किया जा सकता। ज्यादातर मामलों में मरीज अपने आप ठीक हो जाते हैं। कोविडRx एक्सचेंज के फाउंडर डॉ. शशांक हेडा ने बताया कि HMPV को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह साधारण संक्रमण जैसा है। ठंड के मौसम में इसके मामले बढ़ते हैं। HMPV से बचने के लिए विशेषज्ञों ने मास्क पहनने और भीड़ से बचने की सलाह दी है।
सरकार ने निपटने की शुरू की तैयारियां
केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्कता बढ़ाने को कहा है। राज्यों को ‘इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस’ और ‘सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इश्यूज’ की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। ICMR और IDSP द्वारा मामलों पर नजर रखी जा रही है। HMPV के लिए टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। WHO ने भी हालात पर नजर बनाए रखने की बात कही है। सरकार ने कहा है कि देश इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
बचाव के लिए क्या करें?
HMPV से बचाव के लिए मास्क पहनें। हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें। बच्चों और बुजुर्गों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचाएं। पौष्टिक आहार लें और ज्यादा पानी पिएं। लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सरकार ने कहा है कि HMPV गंभीर बीमारी नहीं है। ज्यादातर मामलों में यह सामान्य संक्रमण जैसा ही रहता है। जनता को सतर्कता बरतने की जरूरत है।